पिछले एक साल से उर्फी जावेद सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही हैं। फैंसी कपड़े पहनकर लोगों को हैरान करने वाली उर्फी ने अपनी जिंदगी का सबसे बुरा वक्त देखा है। लेकिन उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी। अकेले होते हुए भी वह न डरे, न रुके। पैसे की कमी के कारण उन्हें ट्यूशन से कॉल सेंटर में काम करना पड़ा। उनके अभिनय का सफर कठिन रहा।
उर्फी जावेद सोशल मीडिया में एक बड़ा नाम है। जैसे ही वह घर से बाहर निकलता है, उसे होश आता है। उनके घर के बाहर 24 घंटे कैमरामैन खड़ा रहता है। सबसे स्टाइलिश उर्फी अपने ड्रेसिंग सेंस के लिए सबसे ज्यादा चर्चा में रहती है।
लेकिन लखनऊ से मुंबई तक का उनका सफर उतना सफल नहीं रहा जितना आप सोच रहे हैं। उर्फी केवल 17 साल की थी जब उर्फी और उसकी बहनों ने अपने माता-पिता का घर छोड़ दिया। वह अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीना चाहती थी।
घर तो रह गया, पर कैसे जीना है। उर्फी लखनऊ में अलग रहकर बच्चों को पढ़ाने लगी। लेकिन वह कुछ अलग करना चाहते थे, इसलिए उन्होंने लखनऊ से बाहर जाने का फैसला किया।तो उर्फी लखनऊ छोड़कर दिल्ली पहुंच गई। वह यहां एक कॉल सेंटर में काम करने लगा। यह नौकरी उसकी पसंद नहीं थी, बल्कि पैसों के लिए यह काम करना जरूरी था।
वह बचपन से ही एक्ट्रेस बनना चाहती थीं, इसलिए कुछ रुपये बचाकर वह मुंबई शिफ्ट हो गईं। इसके बाद उनका संघर्ष शुरू हुआ। वह एक दिन में 10-10 ऑडिशन देती थीं, लेकिन इस ऑडिशन से पता चला कि वह एक्टिंग में अच्छी नहीं हैं।
उसके बाद उर्फी ने एक्टिंग की क्लास ली और खुद को इंडस्ट्री का एक्सपर्ट बना लिया। मुंबई में रहना आसान नहीं था, उन्होंने पैसों के लिए छोटे-छोटे रोल बनाने शुरू कर दिए। वह कई सीरियल्स में भी छोटे-मोटे रोल में नजर आई थीं। लेकिन बिगबॉस ओटीटी प्लेटफॉर्म पर उनकी जिंदगी बदल गई, तब से उनका सफर हमारे सामने है।